नालन्दा कॉलेज में ” भारतीय इतिहास में नारी और पर्यावरण आंदोलन : एक दृष्टि ” विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी 14 -15 को- पाटलिपुत्र विवि के कुलपति प्रो. आर. के. सिंह करेंगे उद्घाटन- विशिष्ट अतिथि होंगे नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रो बैद्यनाथ लाभ और भारतीय अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली के संगठन सचिव बालमुकुंद पांडे- मुख्य वक्ता होंगी पटना विश्वविद्यालय इतिहास विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर माया शंकर- विशिष्ट वक्ता पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एस एन आर्या और इतिहास भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के सदस्य प्रोफेसर राजीव रंजन होंगे बिहारशरीफ I नालन्दा कॉलेज इतिहास विभाग के तत्वावधान में 14 एवं 15 मार्च को ” भारतीय इतिहास में नारी और पर्यावरण आंदोलन : एक दृष्टि ” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित होगी I संगोष्ठी में देश के विभिन्न क्षेत्रों के 300 से अधिक विद्वानों, शिक्षकों और शोधार्थी हिस्सा लेंगे I पाटलिपुत्र विवि के कुलपति प्रो आर के सिंह इसका उद्घाटन करेंगे I नव नालंदा महाविहार के कुलपति प्रो बैद्यनाथ लाभ और अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली के संगठन सचिव बालमुकुंद पांडे विशिष्ट अतिथि होंगे I मुख्य वक्ता पटना विश्वविद्यालय इतिहास विभाग की पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर माया शंकर होंगी जबकि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. एस. एन. आर्या और इतिहास भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के सदस्य प्रो. राजीव रंजन विशिष्ट वक्ता होंगे I प्राचार्य डॉ रामकृष्ण परमहंस की अध्यक्षता में संपन्न तैयारी समिति की बैठक की समीक्षा के उपरांत राष्ट्रीय संगोष्ठी के समन्वयक डॉ रत्नेश अमन ने बताया कि तैयारियां अंतिम चरण में है। उद्घाटन समारोह कॉलेज के मुख्य सभागार में संपन्न होंगे जबकि विभिन्न चरणों में आयोजित तकनीकी सत्र अमरनाथ भवन में आयोजित किए जाएंगे I संगोष्ठी में देश के विभिन्न क्षेत्रों से
300 से अधिक विद्वानों, शिक्षकों और शोधार्थी हिस्सा लेंगे I
सेमिनार के सह-समन्वयक डॉ बिनीत लाल ने बताया कि भारतीय इतिहास में नारी एवं पर्यावरण आंदोलन विषय पर आयोजित यह सेमिनार इतिहास संकलन समिति के साथ संयुक्त रूप से भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के सहयोग से किया जा रहा है।
संगोष्ठी के मीडिया प्रभारी -सह- बीएड विभागाध्यक्ष डॉ ध्रुव कुमार ने बताया कि कुलपति प्रो आर के सिंह इस अवसर पर कॉलेज के पुनर्निर्मित सभागार एवं स्मारिका का विमोचन भी करेंगे I
बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगोष्ठी के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ रामकृष्ण परमहंस ने सभी समिति और उप-समिति से जुड़े शिक्षक, कर्मी और छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वे संगोष्ठी को सफल बनाने में कोई कसर न रहने दें, जिससे आगंतुकों और प्रतिभागियों को कोई समस्या हो I
उन्होंने कहा कि नालन्दा ज्ञान की धरती है इसलिए सेमिनार के माध्यम से इस प्रासंगिक विषय पर प्रबुद्धजनों द्वारा विमर्श किया जाना महत्वपूर्ण है और इससे देश को एक दिशा मिलेगी I
( संगोष्ठी मीडिया प्रभारी डॉ ध्रुव कुमार द्वारा विभिन्न संचार माध्यमों के लिए शनिवार 12 मार्च, 2022 को जारी )