ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से शशक्त बनाने के लिये रिंकु दिव्यांग फ़ाउंडेशन और समाजसेवी अमित कुमार के द्वारा दो दिनो का मशरूम उत्पादन शिविर का आयोजन किया गया कार्यक्रम का उद्घाटन पावापुरी थाना प्रभारी शकुंतला कुमारी जी ने किया और उन्होंने कहा की देश और समाज तभी आगे बढ़ेगा जब महिलायें आर्थिक और सामाजिक रूप से शशक्त होगी, समाजसेवी संस्थाओ और लोगों के द्वारा आयोजित किया जाने वाला इस तरह का कार्यक्रम प्रशंसा के योग्य है ऐसे कार्यक्रम महिलाओं को आर्थिक रूप से शशक्त करने में मदद करेगी प्रशिक्षण दे रही रिंकु कुमारी ने कहा कि मसरूम की खेती कर आप काफी मुनाफा कमा सकते हैं।
और ये बहुत पोस्टिक भी होता है, आज बिहार के बच्चों में सबसे ज़्यादा कुपोषण है, क्यूँकि महिलाओं को पोस्टिक भोजन नहीं मिलता है, ऐसे में किस तरह से मशरूम की खेती की जाए और मसरूम की उपज को कैसे बढ़ाया जाए इसका प्रशिक्षण दिया गया। लोगों को मशरूम लगाने की विधि एवं उसे कितने तापमान पर रखना है। किस तरह के माहौल में मसरूम की अच्छी पैदावार होगी। उसकी देखभाल कैसे की जाए। इन सभी की जानकारी दी गई। इससे लोग घर पर मशरूम उत्पादन भी करेंगे और खुद खायेंगे भी जिससे कुपोषण भी कम होगा और महिलाओं को आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाने में मदद मिलेगामौके पर समाजसेवी अमित कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच सभी आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। जल मंदिर बंद होने के कारण पर्यटक नहीं आ रहे है जिससे वैसे परिवार जो आर्थिक रूप से पर्यटन पर निर्भर है उनकी स्थिति दयनीय हो गई है। ऐसे में मशरूम की खेती कर करके वो लोग आमदनी कर सकते है. कार्यक्रम में जीविका से आरती कुमारी, रंजू देवी, बबिता कुमारी, नितु देवी आदि मौजूद थे।