गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष २६ जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् १९५० को भारत सरकार अधिनियम १९३५ को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतन्त्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को २६ नवम्बर १९४९ को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और २६ जनवरी १९५० को इसे एक लोकतान्त्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। डीएवी पावर ग्रिड केंपस बिहार शरीफ नालंदा में कोविड -१९ के नियमों का अनुपालन करते हुए असीम उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस का आयोजन किया गया इस समारोह के मुख्य अतिथि स्थानीय पॉवर ग्रीड के डी.जी.एम. श्री नीरज कुमार सिंह थे प्रातः ८.४० पर झंडोत्तोलन का कार्यक्रम मुख्य अतिथि श्री नीरज कुमार सिंह के द्वारा संपन्न हुआ।
तत्पश्चात विद्यालय के प्राचार्य श्री पीसी दास के द्वारा स्वागतार्थ अभिव्यक्ति प्रस्तुत की गई जिसमें उन्होंने कहा कि कोई भी खुशी या उत्साह के क्षण में बच्चे ना हो तो वह उत्साह उत्साहित करने वाला नहीं होता हैं। गत २ वर्षों से बच्चों की पढ़ाई बहुत बाधित हुई है, तथापि हमने अपने स्तर से ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा के लौ को बरकरार रखा है। कमोवेश बच्चे पढ़ाई से जुड़े रहे, उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक भारत वासियों को भारत के शहीदों से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने देश को ऊँचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए और हर भारतीय का कर्तव्य बनता है कि वह देश के विकास के लिए अपना पूरा योगदान दे और देश की रक्षा के लिए हर समय खड़ा रहे।
वही पावर ग्रिड केंपस के अधिकारी श्री नीरज कुमार सिंह ने डी.ए.वी. पावर ग्रिड कैंपस के प्राचार्य महोदय एवं शिक्षकों की भूरिशः प्रशंसा करते हुए कहां कि विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षक, शिक्षिकाओं ने इस प्राकृतिक आपदा के कठिन क्षण में भी आधुनिक संसाधन को अपनाते हुए बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाया शिक्षा से जोड़े रखा इसके लिए मैं पूरे डी.ए.वी. परिवार को साधुवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक विपदा की बदरी जल्दी ही फटेगी तथा फिर से अदम्य उत्साह के साथ छात्र एवं शिक्षक शिक्षा के आलोक से निश्चित रूप से आलोकित करेंगे।
इस उपलक्ष्य पर विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों के लिए ऑनलाइन क्विज प्रश्नोत्तरी, निबंध प्रतियोगिता तथा,फैंसी ड्रेस का भी आयोजन किया गया था। दूसरी तरफ़ छोटे, छोटे बच्चों ने अपने अपने घरों में ही रहकर गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर अपने अपने ऑन लाइन भाषण के प्रसारण के जरिए अपना विचार प्रगट कर सजग नागरिक होने का सबूत दिया था ।