मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में जहरीली शराब कांड से दर्जनों लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।सात सदस्य समाजसेवियों का दल प्रत्येक घरों में जाकर सर्वे करके उनके परिवारों को ढाढस बनाने का काम किया। यह घटना शराबबंदी कानून जो नीतीश कुमार का है उन पर एक काला तमाचा है यह इतिहास का काला दिन है जो लगातार इस तरह की घटनाएं बिहार में घट रही है बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी में जो मानव के इतिहास में दर्दनाक मौत हुई है उसके जिम्मेदार सिर्फ सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार है जांच दल में वरिष्ठ समाजसेवी मोहम्मद जाहिद अंसारी भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला सचिव राजकिशोर प्रसाद भीम आर्मी भारत एकता मिशन सह आजाद समाज पार्टी काशीराम के जिला महासचिव एवं फुटपाथ विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव चौधरी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर संघर्ष विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल पासवान समाजसेवी उमेश पासवान किसान नेता एवं योग गुरु डॉ मनोज कुमार एवं किसान नेता महेंद्र प्रसाद शामिल थे।उक्त नेताओं ने अशोक शर्मा उर्फ कालीचरण शर्मा पिता सुखदेव शर्मा अर्जुन पंडित पिता भतू पंडित शंकर मिस्त्री पिता बालेश्वर मिस्त्री संटू मिस्त्री पिता नरेश मिस्त्री सुनील तांती पिता अजय तांती प्रहलाद कुमार पिता जगदीश प्रसाद भागो मिस्त्री पिता फगु मिस्त्री जमाल कुमार पिता बिरेंद्र मिस्त्री मुन्ना मिस्त्री पिता नीरू मिस्त्री चुटचुट मिस्त्री पिता किशुन मिस्त्री के घरों में जाकर शोक संमप्त परिवारों को ढाढस बनाने का काम किया तथा बिहार सरकार से मांग किया है कि मृतक के परिवारों में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए तथा मृतक के प्रत्येक परिवारों को 20 20 लाख रुपया मुआवजा दिया जाए इनकी मृत्यु जो हुई है वह बिहार सरकार के नीति के वजह से इनकी मृत्यु हुई है लगातार बिहार में इस तरह की घटनाएं घट रही है इसलिए ऐसे तमाम लोग जो इसमें शामिल हैं प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उनको फांसी की सजा दी जानी चाहिए चाहे वह कलेक्टर हो एसपी हो दरोगा हो इनके मंत्री शामिल हो चाहे वह जितना भी शक्तिशाली हो फांसी देने का काम हो। उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कमेटी से जांच करानी चाहिए।
बड़ी पहाड़ी और पहरतली मोहल्ला के जहरीली शराब से मारे गए लोगों के जिम्मेवार कौन?
0
131
RELATED ARTICLES
- Advertisment -