भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व भैया दूज हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है । भाइयों के लंबी उम्र की कामना करने के लिए बहने बड़े ही धूमधाम से इस पर्व को करती है । बिहारशरीफ के गुफापर, अलीनगर, सोहसराय, रामचंद्रपुर समेत कई इलाकों में अहले सुबह से पूजा का माहौल देखा गया।
शायद यह एक ऐसा पहला पर्व है जहां बहने पहले अपने भाइयों को गाली देकर श्रापित करती है, फिर उन्हें पूजा करती है । गाली देने का एहसास होने पर रेंगनी के कांटो से अपने जीभ पर चुभा कर भगवान से माफी मानती है और उसके बाद ईश्वर से अपने अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती है । इस दौरान बहने पारंपरिक लोक गीतों के माध्यम से बहने अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करने के बाद उन्हें बजरी खिलाती है । नारियल व मिठाई का प्रसाद खिलाकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करती है । प्राचीन मान्यताओं के अनुसार महाभारत काल से ही इस पर्व को मनाया जा रहा है ।