भारतीय डाक विभाग (इंडिया पोस्ट) आजादी का अमृत महोत्सव के साथ राष्ट्रीय डाक सप्ताह मना रहा है, जिसकी शुरुआत शनिवार को विश्व डाक दिवस के साथ हुई थी।विश्व डाक दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों और व्यवसायों के बीच डाक विभाग की भूमिका और देशों के सामाजिक और आर्थिक विकास में इसके योगदान के प्रति जागरूकता फैलाना है। भारत में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी भूमिका और गतिविधियों को प्रसारित करने के लिए डाक विभाग विभिन्न आयोजनों के साथ राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाता है। नालंदा के डाक अधीक्षक श्री उदयभान सिंह ने बताया कि आज 16 अक्टूबर के दिन भारतीय डाक मेल दिवस के रूप में मना रहा है। जिसमें सभी पत्रों का वितरण इलेक्ट्रॉनिकली मोबाइल ऐप के माध्यम से 100% किए जाने का निर्देश दिया गया है।इसके साथ ही आज राष्ट्रीय डाक सप्ताह का आखिरी दिन है जिसके तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाक कर्मियों सहित अंतरराष्ट्रीय लेखन प्रतियोगिता में उत्कृष्ट लेखन के लिए अमीषा कुमारी एवम अंजली भारती (सदर आलम मेमोरियल स्कूल, कागजी मोहल्ला) तथा आधार के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राजीव कुमार को सम्मानित करने के साथ-साथ ग्राहकों के बीच एक विशेष वार्ता का आयोजन भी किया गया है। जिसमें ग्राहक डाकघर से जुड़ी हर प्रकार की योजनाओं एवं सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त किया एवं अपने विचार डाकघर के साथ साझा किए ताकि डाकघर की सुविधाओं में और भी गुणवत्ता लाई जा सके एवं अच्छी से अच्छी सेवा लोगों के बीच पहुंचाई जा सके। इस मौके पर डाक अधीक्षक नालंदा श्री सिंह ने बताया कि पोस्टल वीक के दौरान डाक कर्मियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले डाक कर्मियों को पुरस्कृत भी किया गया है,जिसमें 3011 सुकन्या खाता ड्राइव के दिन,इंश्योरेंस का प्रीमियम 6 लाख 29 हजार,जिसमे 3 करोड़ 29 लाख का पीएलआई, 3 करोड़ 13 लाख आरपीएलआई एवम प्रीमियम 5 लाख 47 हजार, फिलाटेली डिपॉज़िट अकाउंट 100 एवम आधार के क्षेत्र में कुल 458 आधार का एनरोलमेंट सहित अपडेशन का कार्य किया गया।डाकघर प्रत्येक व्यक्ति के द्वार तक अपनी सेवाओं को पहुंचाने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहा है एवं हमेशा यह प्रयास रहेगा कि लोगों को एक अच्छी और गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान की जा सके। डाकघर आज के दौर में अपने आप को ना केवल टेक्नोलॉजी से अपग्रेड किया है बल्कि डाक सेवा जन सेवा के स्लोगन को भी सार्थक किया है। जिसका उदाहरण डाकघर के माध्यम से उपलब्ध किए गए कोरोना काल में मास्क, सैनिटाइजर , खाद्य पदार्थ एवं लाखों लोगों के बीच करोड़ों रुपया का लेन देन उनके द्वार तक जाकर करने में सक्षम रहा है, जिससे लोगों की दैनिक जीवन की आपूर्ति हुई। आज़ के दिन डाक सप्ताह का अंतिम दिन है जिसमे ग्राहक सेवा एवम उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाक कर्मियों को पुरुस्कृत एवम राष्ट्रीय डाक सप्ताह का समापन किया गया है।इस मौके पर पूर्वी डाक निरीक्षक रामजी राय, पोस्टमास्टर बिहारशरीफ अमलेश कुमार, राकेश रंजन, राजू सिंह, शैलेंद्र कुमार,संजय कुमार, कुमार अभिषेक,सहित सभी कर्मी उपस्थित रहे।
ग्राहक परिचर्चा के साथ ही राष्ट्रीय डाक सप्ताह का हुआ समापन
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