बिहारशरीफ में स्मार्ट सिटी के तहत बड़ी योजनाओं में फोर लेन रोड को धरातल पर उतारने का कवायद तेज कर दी गई है। कार्यादेश मिलने के बाद सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। सर्वे के अनुसार ही रोड निर्माण का रूप रेखा तैयार किया जाना है। सर्वे के दौरान वर्तमान नाला का आकलन किया जाना सबसे महत्वपूर्ण विषय है। ताकि रोड निर्माण होने के बाद पानी निकास में किसी तरह की समस्या न हो। इसके अलावे बिजली पोल, अंडरग्राउंड पाईप लाईन, ऑप्टिकल फाईवर, पेड़ पौधे आदि की भी स्थिति का निरीक्षण किया जाएगा, ताकि रोड निर्माण के दौरान किसी भी सुविधा को नुकसान न हो। नगर आयुक्त अंशुल अग्रवाल ने बताया कि इस रोड में नाले को ढक कर रोड का निर्माण, डिवाईडर पर फुल का पौधा, टू एवं फोर व्हीलर के लिए पार्किंग की सुविधा, वेंडिंग जोन, बस स्टॉप एवं ऑटो स्टैंड, ई रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट, जगह-जगह पर पेंटिंग, मल्टीयूलिटी जोन आदि सुविधा तैयार किया जाना है। इसके लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है
ताकि जगह के अनुसार इन सुविधाओं को तैयार करने के लिए डिजाइनिंग किया जा सके। इसके बाद स्वायल टेस्ट का काम भी शुरू किया जाएगा।नगर आयुक्त ने बताया कि नाला को ढक कर फोर लेन बनाया जाना है। इसलिए जल निकासी की समस्या न हो इसके लिए वर्तमान स्थिति का आकलन किया जा रहा है। पुराने नाले में उतनी क्षमता नहीं है कि उसपर रोड बनाया जा सके, इसलिए दुवारा नाला का निर्माण किया जाना है। करीब 3.5 किलोमीटर के इस नाला में कितने मुहल्ले का पानी और कितनी मात्रा में गिरती है। मुहल्लों से निकलने वाले नाले की स्थिति क्या है और इसे कैसे व्यवस्थित किया जाना है। इसका भी सर्वे किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि फिलहाल चार जगहों पर वेंडिंग जोन बनाने के लिए जगह को चिन्हीत किया गया है। सब्जी या फसल खरीदने के समय गाड़ी पार्कंग में समस्या न हो इसके लिए जहां-जहां जगह मिलेगा वहां सर्विस कोरिडोर के साथ वेंडिंग जोन बनाया जाएगा। ताकि लोग गाड़ी को एक जगह खड़ा का खरीदारी कर सकें आैर रोड भी डिस्टर्व न हो। उन्होंने बताया कि फिलहाल मोगलकुंआ, जीवन ज्योति हॉस्पीटल के समीप, सामुदायिक भवन के समीप दो वेंडिंग जोन बनाने पर विचार किया गया है। फोर लेन बनाने के दौरान पूर्व के संरचनाओं को क्षती न हो इसका भी ख्याल रखा जाएगा। इसलिए कहां-कहां पाईप लाईन है, कहां-कहां से ऑप्टिकल फाईवर गुजरा है, बिजली तार को कैसे ले जाया जाना है। इस तमाम संरचनाओं का भी सर्वे किया जाना है। क्योंकि बिजली का तार भी अंडरग्राउंड बिछाया जाना है। इसलिए किसी भी संरचना की क्षती न हो।